ढोल चन वे,
लखां तेरियां मन्निया,
तू इक मन वे,
ढोल मखणा,
दिल राजी रखना.
उची माड़ी ते दुध पई रिडकां,
मेनू सारे टब्बर दियां झिडकां,
मेनू तेरा इ दिलासा,
वे चन्न वे...
वे बाजार विकेंदी बर्फी,
मेनू ल्यादे दे निक्की जहि चरखी,
ते दुक्खा दियां पूनियां,
वे चन्न वे...
वे बाजार विके दुध कडया,
माह़ी कंजरी दे नालों फडया,
हाय एथों दिल सडया,
वे चन्न वे.
Friday, February 5, 2010
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