जा वे ढोलना मैं नहिंयों बोलना,
तेरी साड्डी बस वे,
राती कित्थे गया सें,
राती कित्थे गया सें वे,
वे राती कित्थे गया सें
जद मैं पुछिया सस्स कोलो,
तेरा पुत्त कदों घर औ,
कहन्दी तेरी कलमुन्ही,
जद तू घर छड के जाऊ,
हाय मरे ऐहो जेह़ी सस्स वे,
राती कित्थे गया सें,
वे राती कित्थे गया सें,
जद मैं कया सोहरे नू तेरा पूत बड़ा आवारा,
कहंदा मेरा पुत्त तां हीरा,
तू शदाइ , झल्ली,
घर विच मच गाए, घंड मार,
वे राती कित्थे गया सें,
वे राती कित्थे गया सें,
जद मैं कह देवर नु,
तेरा वीर क्यों नई आया,
कहंदा भाभी रुल दिता तू,
मेरी माँ दा जाया,
हाय कित्थे गयी मैं फस वे,
राती कित्थे गया सें,
वे राती कित्थे गया सें,
जद मैं पूछिय दिल कोलो,
तेरा कित्थे गया राह कोटी,
कहंदा कित्थे जायेगा ओह,
तेरे जेह़ी छड़ के वोहटी,
एह सुन के पये मैं हास पई,
वे राती कित्थे गया सें,
वे राती कित्थे गया सें.
Saturday, February 6, 2010
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