अर्थ:( काला धागा कुंडे मे अड़ गया है. अरे छोटे देवर! इकलौती भाभी से लड़ाई मत किया करो. सास तो सदा ताने देती रहती है. और कपड़े आदि सब कुछ ले लेती है. अपनी माँ तो सब इच्छाएं पूरी किया करती थी. मैं ससुराल नहीं जाउंगी).
काला डोरिया कुंडे विच अड़या होय,
के छोटा देवरा भाबी नल लड्या होय,
न लड़ देवरा तेरी दूर भलाई वे,
के न लड़ सोण्या तेरी इक भरजाई होय,
कुकडी ओ लैणी जेड़ी आंडे देंदी ए,
के सोरे नहीं जाणा सस्स मैंणे देंदी ए,
काला डोरिया कुंडे विच अड़या होय,
के छोटा देवरा भाबी नल लड्या होय,
कुकडी ओ लैणी जेड़ी कुडकुड करदी ए,
के सोरे नहीं जाणा सस्स बुडबुड करदी ए,
काला डोरिया कुंडे विच अड़या होय,
के छोटा देवरा भाबी नल लड्या होय,
सुथणा छींट दियां मुल्तानों आयियाँ ने,
सस्सां पराइयां ने जिनां गलों लवाइयाँ ने.
काला डोरिया कुंडे विच अड़या होय,
के छोटा देवरा भाबी नल लड्या होय,
सुथणा छींट दियां जेणियाँ लाहौरों आइन्याँ ने,
माँवां आपनियाँ जिन्ना सदराँ लाइयाँ ने.
काला डोरिया कुंडे विच अड़या होय,
के छोटा देवरा भाबी नल लड्या होय,
साडी गली आ माहिया तेनु मज़ा चखावांगे,
आ खां माहिया वे तेनु कुत्ते लड़ावांगे,
काला डोरिया कुंडे विच अड़या होय,
के छोटा देवरा भाबी नल लड्या होय.
Wednesday, April 7, 2010
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साडी गली आ माहिया तेनु मज़ा चखावांगे,
ReplyDeleteआ खां माहिया वे तेनु कुत्ते लड़ावांगे,
काला डोरिया कुंडे विच अड़या होय,
के छोटा देवरा भाबी नल लड्या होय.
बहुत ही सुन्दर चित्रण!
अगर टिप्पणी बॉक्स से वर्ड-वेरीफिकेशन को हटा दें तो तो बहुत ही मेहरबानी होगी!
ReplyDeleteइससे टिप्पणी करने में बार-बार भाषा बदलनी होती है और अनावश्यक समय नष्ट होता है!
पंजाबी भाषा का पर्याप्त ज्ञान न होने के कारण
ReplyDeleteलोकगीत के मर्म तक पहुंचने में असुविधा होती है।
एक सुझाव है। लोकगीत के पूर्व उसकी प्रस्तावना
संक्षिप्त में दे दें।
सद्भावी-डॉ० डंडा लखनवी
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मैं चाहता हूँ की आप अपने ब्लॉग पर "गोरी दियां झान्जरां / पंजाबी" लोकगीत का हिंदी अर्थ भी पोस्ट करें ,,या आप कृपया इस पते पर मेल करें abhaykumar324@gmail .com धन्यवाद
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